शाहरुख ने किया नौसैनिकों के लिए PM मोदी से मदद? चौंकाने वाली खुलासा
सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट किया कि शाहरुख खान ने कटर से नौ भारतीय नौसैनिकों की रिहाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद की। शाहरुख खान ने बाद में एक बयान जारी करके इस दावे की सच्चाई को स्वीकार किया।
कटर से रिहाई के बाद 12 फरवरी की रात में, उन आठ पूर्व नौसैनिकों में से सात भारत पहुंचे। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कटर यात्रा के बारे में एक ट्वीट किया। इस ट्वीट के बाद, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने दावा किया कि कटर से नौसैनिकों की रिहाई के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने शाहरुख खान की मदद ली है। इस ट्वीट के बाद यह खबर तेजी से इंटरनेट पर फैल गई, जिससे शाहरुख खान के प्रशंसकों में हर्ष की लहर उत्पन्न हुई, लेकिन लोगों ने पूछा कि प्रधानमंत्री को एक अभिनेता की मदद की जरूरत क्यों पड़ी? हालांकि, इस पूरे मामले पर अब शाहरुख खान ने उत्तर दिया है और कहा है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
कटर में नौसैनिकों के मामले से शाहरुख खान का नाम कैसे जुड़ा?
पीएम मोदी ने यह भी लिखा कि इस दौरे को संभालने के बाद यह उनका सातवां UAE दौरा होगा। इस ट्वीट के कमेंट बॉक्स में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा -
मोदी को अपने साथ सिनेमा स्टार शाहरुख खान को भी कटर ले जाना चाहिए। चूंकि जब विदेश मंत्रालय और NSA कटर के शेखों को मनाने में विफल साबित हुए, तो मोदी ने शाहरुख खान से मदद मांगी। इस प्रकार हमारे नौसेना अधिकारियों को छुड़ाने के लिए कटर के शेखों से एक महंगा समझौता किया गया।
इस मामले से शाहरुख खान का नाम इसलिए जुड़ा क्योंकि वह भी पिछले दिनों कटर गए हुए थे और वहां कटर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जासिम अल थानी से मिले थे। उनकी तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हुई थीं। इसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट किया, जिसमें शाहरुख का ज़िक्र था, और उनकी बात के बाद यह खबर वायरल हो गई। कई लोगों ने इस जानकारी को आगे बढ़ाया और शाहरुख खान की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करते हैं।
शाहरुख खान के ऑफिस से आया एक आधिकारिक बयान में पूजा ददलानी, शाहरुख की मैनेजर, ने कहा - "कटर से भारत के नौसैनिक अधिकारियों की रिहाई में शाहरुख खान की कथित भूमिका से संबंधित कुछ रिपोर्ट्स चल रही हैं। इस मामले में शाहरुख के ऑफिस का कहना है कि इसमें उनकी भागीदारी को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं, वो निराधार हैं। रिहाई को अच्छे ढंग से अंजाम देने का पूरा श्रेय सिर्फ भारत सरकार के अधिकारियों को जाता है। इस चीज़ के साथ शाहरुख खान किसी भी तरह से नहीं जुड़े हैं। डिप्लोमैसी और स्टेट क्राफ्ट का काम सक्षम लोग ही पूरा कर पाते हैं। अन्य भारतीयों की तरह ही शाहरुख भी खुश हैं कि नौसेना के अधिकारी अपने घरों पर सुरक्षित हैं। वो उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं।
कटर में नौसैनिकों के पकड़े जाने का मामला कै सैन्य अधिकारियों का मामला था?
कटर की इंटेलिजेंस एजेंसी ने 30 अगस्त, 2022 को भारतीय नौसैना के 8 पूर्व अधिकारियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन उनके खिलाफ लगे आरोप कभी सार्वजनिक नहीं किए गए थे। इस मामले में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि उन्हें इजरायल के साथ कटर के सबमरीन प्रोग्राम की गोपनीय जानकारी साझा करने का आरोप था। मामला कोर्ट में चला। कटर की अदालत ने अक्टूबर 2022 में इन 8 लोगों को फांसी की सजा सुनाई, लेकिन इसके बाद भारत सरकार ने हस्तक्षेप किया और दिसंबर 2023 में इनकी सजा को उम्रकैद में बदल दिया। अब इन लोगों को इस मामले में रिहा कर दिया गया है और वे सभी भारत लौट चुके हैं।
इस समय, शाहरुख खान के साथ कटर यात्रा का ज़िक्र हो रहा है और उसके बारे में विवाद बढ़ा है क्योंकि उनकी मदद से ही नौसैनिकों को रिहा किया गया, ऐसा कहा जा रहा है। हालांकि, शाहरुख खान के ऑफिस ने इसका स्पष्टीकरण किया है कि उनका कोई भी सीधा या अप्रत्यक्ष योगदान इस मामले से नहीं जुड़ा है, और इसमें उनकी भागीदारी का कोई प्रमाण नहीं है। उनका बयान यह है कि डिप्लोमेसी और स्टेट क्राफ्ट के क्षेत्र में इस मुद्दे को सुलझाने की क्षमता और जिम्मेदारी निर्वाहित करने में सक्षम व्यक्तियों की आवश्यकता होती है।
इस संदर्भ में, शाहरुख खान के समर्थन और नाराजगी के बावजूद, इस मुद्दे पर न्यायिक और सामाजिक चर्चा जारी है, और लोग इसके विभिन्न पहलुओं को विचार कर रहे हैं।
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